कोरोना महामारी के दौरान वापस लौटते मजदूरों के साथ हो रहे हादसे दिल दहला रहे हैं। कभी ट्रेन कभी हाईवे पर मजदूरों की मौत शासन के लिए चिंता का विषय है इनकी कीमत घर लौटते प्रवासी मजदूर काल के गाल में समा रहे हैं। औरंगाबाद हो या औरैया मजदूरों के साथ हो रहे हादसे देश के लिए चिंता का सबब बना हुआ है कि सरकारें आखिर इनके वापसी के लिए इंतजाम क्या कर रही है अमानवीय व्यवहार , सीएम का हस्ता क्षेप वहीं औरैया हादसे के बाद लोकल प्रशासन का हैरान परेशान करने वाले हरकत ने सोचने पर मजबूत कर दिया कि क्या इनकी कीमत सरकारों के लिए सिर्फ वोट तक ही रहती है या आगे भी जहां मृतकों के साथ घायलों को भी ट्रक में यूपी से झारखंड के लिए रवाना कर दिया गया जब इस बात की जानकारी झारखंड सीएम को लगी और उन्होंने ट्वीट किया तो यूपी और झारखंड के अफसरों की नींद टूटी और अनान फानन में सारी व्यवस्था की गई मनरेगा के सहारे मजदूर भाई हमारे गांव लौट रहे मजदूरों को सिर्फ अब मनरेगा का सहारा है पर पता नहीं की उनको काम मिलेगा भी या और लाचारी बेबसी झेलना बाकी है।